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नज़्में

नज़्म, उर्दू में एक विधा के रूप में, उन्नीसवीं सदी के आख़िरी दशकों के दौरान पैदा हुई और धीरे धीरे पूरी तरह स्थापित हो गई। नज़्म बहर और क़ाफ़िए में भी होती है और इसके बिना भी। अब नसरी नज़्म (गद्द-कविता) भी उर्दू में स्थापित हो गई है।

1922 -2010

पाकिस्तान के प्रमुखतम आलोचकों में विख्यात

1940

लोकप्रिय शायर।

1935 -1996

अग्रणी आधुनिक शायरों और आलोचकों में विख्यात।

1869 -1928

प्रमुख आलोचक और प्राच्य भाषाओं के विद्वान

1909 -1998

प्रमुख प्रगतिशील शायर, अपनी नज़्म ‘भूखा बंगाल’ के लिए मशहूर

1995

नई पीढ़ी के शायरों में शुमार

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