ज़फ़र हमीदी के शेर
जब भी वो मुझ से मिला रोने लगा
और जब तन्हा हुआ रोने लगा
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
जाने किस किरदार की काई मेरे घर में आ पहुँची
अब तो 'ज़फ़र' चलना है मुश्किल आँगन की चिकनाई में
-
टैग : आँगन
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
बादलों ने आज बरसाया लहू
अम्न का हर फ़ाख़्ता रोने लगा
-
टैग : अम्न
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड