नफ़रतों का अक्स भी पड़ने न देना ज़ेहन पर
ये अँधेरा जाने कितनों का उजाला खा गया
शकील जमालीसमकालीन
शारिक़ कैफ़ीसमकालीन
इक़बाल अशहरसमकालीन
नोमान शौक़समकालीन
सोलर प्रिंटर, नोएडा
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