नए साल पर शायरी
यूँ तो हर दिन हमारे लिए अहम होता है,लेकिन जैसे ही साल ख़त्म होने वाला हो और नया साल आने वाला हो हम उसके स्वागत में जुट जाते हैं। इसलिए की हम आने वाले साल को गुज़रे हुए साल से ज़ियादा ख़ूबसूरत बनाने की आशा रखते हैं । तो दोस्तो! आईए इस शेर कलेक्शन को पढ़ कर मुहब्बत और भाई चारे के साथ आने वाले साल का इस्तिक़बाल करते हैं।
ये किस ने फ़ोन पे दी साल-ए-नौ की तहनियत मुझ को
तमन्ना रक़्स करती है तख़य्युल गुनगुनाता है
मिरा हाथ देख बरहमना मिरा यार मुझ को मिलेगा कब
तिरे मुँह से निकले ख़ुदा करे इस साल में इसी माह में