Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर
Husna Sarwar's Photo'

हुसना सरवर

1939 | मैसूर, भारत

हुसना सरवर

अशआर 9

जागी किरनें तो सब्ज़े पर झिलमिल आँसू बोल उठे

रात को तन्हाई में शबनम चुपके चुपके रोई है

  • शेयर कीजिए

दिल के आँगन में अंधेरा है बहुत

चाँद बन कर उतर आओ तो सही

  • शेयर कीजिए

शहर-दर-शहर भटकते ही रहे उम्र तमाम

क्या तिरे हाथ की रेखाओं में आराम नहीं

  • शेयर कीजिए

बैठे बैठे यूँ ही तन्हाई के सहराओं में

दर्द की रेत पे लिखते हैं तिरा नाम अक्सर

  • शेयर कीजिए

तिरी निगाह में ये जो किरन सी काँपती है

दयार-ए-दिल में ये कैसा चराग़ जलता है

  • शेयर कीजिए

ग़ज़ल 7

नज़्म 2

 

गीत 1

 

पुस्तकें 6

 

"मैसूर" के और लेखक

 

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

Get Tickets
बोलिए