aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
नक़वी का जन्म देहरादून , भारत में हुआ था। उनके माता-पिता बिजनौर से थे जो कला और साहित्य के लिए भारत का एक समृद्ध प्रांत है। उनके माता-पिता 1947 में पाकिस्तान चले गए और कराची में बस गए ।
उन्होंने 1970 में इतिहास में एमए की डिग्री और 1972 में कराची विश्वविद्यालय से उर्दू साहित्य की डिग्री पूरी की । उन्होंने स्कूली उम्र से ही कहानियाँ लिखना शुरू कर दिया था जो दैनिक समाचार पत्रों और बच्चों की पत्रिकाओं में प्रकाशित होती थीं। उनका पहला "अफ़साना" (छोटी कहानी) 1970 में एक साहित्यिक पत्रिका "अफ़कार" में प्रकाशित हुआ था। उसके बाद, उनके अफ़साने अमेरिका, लंदन और जर्मनी में अन्य साहित्यिक उर्दू पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं। उनके कई अफ़सानों का अंग्रेजी, सिंधी , बलूची , गोरमोखी, हिंदी , तमिल और सरायकी भाषा में अनुवाद किया गया है ।
नकवी को उनकी दो पुस्तकों "बंद लबों की चीख" और "दैर कभी नहीं होती" के लिए साहित्यिक पुरस्कार दिए गए। उन्होंने एक साहित्यिक पत्रिका रुजहान भी प्रकाशित की। वह एक नाटककार भी हैं, और उनके नाटक रेडियो पाकिस्तान द्वारा प्रसारित किए गए हैं उन्होंने कराची के विभिन्न समाचार पत्रों में एक दैनिक कॉलम और दैनिक जंग कराची और अन्य प्रमुख पत्रों में विभिन्न विषयों पर कई लेखों का योगदान दिया है ।
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