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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

प्रकाशक : मत्बा फ़ैज़ मोहम्मदी लख़नऊ

मूल : लखनऊ, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1898

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : शाइरी

उप श्रेणियां : मर्सिया

पृष्ठ : 18

सहयोगी : सेंट्रल लाइब्रेरी ऑफ़ इलाहबाद यूनिवर्सिटी, इलाहबाद

jab mushk bhar kar nahar se abbas ghazi ghar chale
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