aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
ताबिश देहलवी, मस्ऊदुल-हसन (1911-2004 ) देहली के एक प्रतिष्ठित घराने से संबंध। एक अर्से तक हैदराबाद रहे और वहीं सरकारी नौकरी की। फिर आल इंडिया रेडियो में आ गए। आज़ादी के बाद कराची चले गए और रेडियो पाकिस्तान से जुड़ गए। ‘फ़ानी’ बदायूनी के शागिर्द थे।
Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi
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