ग़ज़लें
प्रमुख लोकप्रिय शायर जिन्हें ‘उत्साही’ का उपनाम जवाहर लाल नेहरू ने दिया था/उर्दू शायरी को हिंदी के क़रीब लाने के लिए विख्यात
मीर और सौदा के विवादास्पद समकालीन, दोनों शायरों की आलोचना के शिकार हुए
नामचीन क्लासिकी शायर, दाग़ देहलवी के शागिर्द, मजिस्ट्रेट के पद पर विराजमान रहे
लोकप्रिय शायर, लेखक और टीकाकार. ग़ालिब के कलाम की व्याख्या के लिए मशहूर. ‘गंजीना-ए-तहक़ीक़’ नामक शायरी पर आलोचनात्मक लेखों का संग्रह प प्रकाशित हुआ
प्रगतिवादी विचारधारा के आवामी शायर, ब्रिटेन के प्रगतिशील लेखक संघ के अध्यक्ष रहे
सामाजिक असंतुलन, ग़रीबी और असमानता जैसी समस्याओं को शायरी का विषय बनानेवाले शायर
महाराष्ट्र के शायर, लेखक और अनुवादक. मराठी नज़्मों के उर्दू में पद्यानुवाद भी किए
दाग़ के समकालीन, उर्दू और फ़ारसी में शायरी की, आधुनिक शायरी के आंदोलन से प्रभावित होकर नये अंदाज़ की नज़्में भी लिखीं