ग़ज़लें
प्रमुख पूर्वाधुनिक शायर/रामायण पर अपनी नज़्म के लिए विख्यात/मशहूर शेर ‘जि़ंदगी क्या है अनासिर में ज़हूर-ए-तरतीब......’ के रचयिता
क़ौमी, सामाजिक और देश की आज़ादी की भावना से समर्पित नज़्मों के लिए प्रसिद्धके. लम्बे अरसे तक उर्दू-फ़ारसी के उस्ताद रहे
शायर, गीतकार और रेडियो ब्रोडकास्टर. पंजाबी और उर्दू में शायरी की और कई लोकप्रिय गीत लिखे जिन्हें जगजीत सिंह, आशा भोंसले और कई महत्वपूर्ण गायकों ने आवाज़ दी