उत्तर प्रदेश के शायर और अदीब
कुल: 2616
बृजेस तलअत निज़ामी
- जन्म : अमरोहा
- निवास : वाशिंगटन डी सी
- निधन : वाशिंगटन डी सी
बोरिस ज़बोरोव
बिस्मिल इलाहाबादी
नूह नारवी के शागिर्द, शायरी में आवामी रोज़मर्रा को जगह दी. ग़ज़लों के साथ अहम मज़हबी और जनप्रतिनिधियों पर नज़्में लिखीं
बिस्मिल आग़ाई
बिसमिल आज़मी
बिशेशर प्रदीप
- निवास : लखनऊ
- निवास : रामपुर
बिलक़ीस जमाल बरेलवी
बिलाल सहारनपुरी
डॉ भावना श्रीवास्तव
भावेश राजपूत
- जन्म : लखनऊ
भारतेंदु हरिश्चंद्र
हिंदी के नवीकरण के प्रचारक, क्लासिकी शैली में अपनी उर्दू ग़ज़ल के लिए प्रसिद्ध
- निवास : आगरा
भारत भूषण पन्त
भारत में समकालीन ग़ज़ल के प्रमुख शायर
बेनज़ीर शाह वारसी
बेख़ुद मोहानी
लोकप्रिय शायर, लेखक और टीकाकार. ग़ालिब के कलाम की व्याख्या के लिए मशहूर. ‘गंजीना-ए-तहक़ीक़’ नामक शायरी पर आलोचनात्मक लेखों का संग्रह प प्रकाशित हुआ
बेखुद बदायुनी
नामचीन क्लासिकी शायर, दाग़ देहलवी के शागिर्द, मजिस्ट्रेट के पद पर विराजमान रहे
बेकल उत्साही
प्रमुख लोकप्रिय शायर जिन्हें ‘उत्साही’ का उपनाम जवाहर लाल नेहरू ने दिया था/उर्दू शायरी को हिंदी के क़रीब लाने के लिए विख्यात
बहज़ाद लखनवी
नात, ग़ज़ल और भजन के ख़ास रंगों के मशहूर शायर । उनकी मशहूर ग़ज़ल ' ए जज़्बा-ए-दिल गर मैं चाहूँ ' को कई गायकों ने आवाज़ दी है
बेगम अख़्तर
बेगम लखनवी
बेदिल हैदरी
सामाजिक असंतुलन, ग़रीबी और असमानता जैसी समस्याओं को शायरी का विषय बनानेवाले शायर
बज़्मी भारती
बज़्मी अंसारी
- जन्म : ग़ाज़ीपुर
बज़्म अंसारी
बयान मेरठी
दाग़ के समकालीन, उर्दू और फ़ारसी में शायरी की, आधुनिक शायरी के आंदोलन से प्रभावित होकर नये अंदाज़ की नज़्में भी लिखीं
बयाँ अहसनुल्लाह ख़ान
प्रमुख क्लासिकी शायर, मीर तक़ी ‘मीर’ के समकालीन
बावन बिहारी लाल माथुर शाद
बशीर फ़ारूक़ी
बशीर फ़ारूक़
बशेशर प्रदीप
बशीर दुर्रानी
- जन्म : जहांगीराबाद
- निवास : कराची
बसंत लखनवी
बर्क़ी आज़मी
दिल्ली में रहने वाले शायर, आकाशवाणी की फ़ारसी सेवा से सम्बद्ध रहे
बर्क़ आशियान्वी
- जन्म : सिकंदराबाद
बक़ा उल्लाह 'बक़ा'
- जन्म : आगरा
मीर और सौदा के विवादास्पद समकालीन, दोनों शायरों की आलोचना के शिकार हुए
बाक़र मेहदी
प्रमुख आलोचक, अपनी बेबाकी और परम्परा-विरोध के लिए विख्यात