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रद करें डाउनलोड शेर

नज़्में

नज़्म, उर्दू में एक विधा के रूप में, उन्नीसवीं सदी के आख़िरी दशकों के दौरान पैदा हुई और धीरे धीरे पूरी तरह स्थापित हो गई। नज़्म बहर और क़ाफ़िए में भी होती है और इसके बिना भी। अब नसरी नज़्म (गद्द-कविता) भी उर्दू में स्थापित हो गई है।

1912 -2005

प्रमुखतम प्रगतिशील शायरों में विख्यात/ फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ के समकालीन/अपनी गज़ल ‘मरने की दुआएँ क्यों माँगूँ.......’ के लिए प्रसिद्ध, जिसे कई गायकों ने स्वर दिए हैं

1908 -1969

महत्वपूर्ण प्रगतिशील शायर। उनकी कुछ ग़ज़लें ' बाज़ार ' और ' गमन ' , जैसी फिल्मों से मशहूर

1938 -2010

प्रमुख आधुनिक शायर / पत्रिका तहरीक से संबंधित थे

1931 -2012

प्रमुख आलोचक / पत्रिका ‘शेर-ओ-हिक्मत’ के संपादक थे

1904 -1988

प्रसिद्ध प्रगतिशील आलोचक, रुमानवी शैली के कहानीकारों में शामिल

1936 -2020

प्रमुख आधुनिक शायरों में विख्यात

1928 -2012

प्रमुखतम आधुकि शायरों में विख्यात/दूर दर्शन से संबंध

1914 -1974

आधुनिक उर्दू शायरी के संस्थापकों में विख्यात।

1913 -1957

प्रसिद्ध पत्रकार और हास्यकार,1938 में रोज़नामा इन्क़िलाब में हास्य और व्यंग्यपूर्ण कॉलम लिखने के लिए जाने जाते हैं।

1992

One of the young and prominent poets of Pakistan.

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