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नज़्में

नज़्म, उर्दू में एक विधा के रूप में, उन्नीसवीं सदी के आख़िरी दशकों के दौरान पैदा हुई और धीरे धीरे पूरी तरह स्थापित हो गई। नज़्म बहर और क़ाफ़िए में भी होती है और इसके बिना भी। अब नसरी नज़्म (गद्द-कविता) भी उर्दू में स्थापित हो गई है।

1956 -2016

प्रसिद्ध उत्तर आधुनिक कथाकार और शायर. अपने उपन्यास ‘पलीता’ के लिए जाने जाते हैं.

1938 -2019

रिवायती रंग में डूबी जज़्बात की गहराई और एहसासात की सच्चाई की शायरी

1932 -2016

शायर,शोधकर्ता और अनुवादक/ग़ालिब के फ़ारसी पत्रों के उर्दू अनुवाद और अपने ''दोहे'' के लिए प्रसिद्ध

1936

नयी ग़ज़ल के अहम शायर

1952 -1994

उर्दू की सबसे लोकप्रिय शायरात में शामिल। स्त्रियों की भावनाओं को आवाज़ देने के लिए मशहूर

1949

सूफ़ियाना रंग के आधुनिक शायर

1943

समाजिक और राजनैतिक व्यंग पर अधारित शायरी के लिए विख्यात पाकिस्तानी शायर

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