आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "zinda-dil"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "zinda-dil"
नज़्म
पंजाब
ज़िंदा-दिल पंजाब के बेटो तुम्हें मेरा सलाम
तुम परस्तार-ए-गुरू-नानक फ़िदा-ए-कृष्न-ओ-राम
अर्श मलसियानी
ग़ज़ल
'नसीम'-ए-ज़िंदा-दिल मरने लगे हैं ख़ूब-रूयों पर
ग़ज़ब है ऐसे दानिश-मंद नादाँ होते जाते हैं
नसीम भरतपूरी
हास्य शायरी
देख कर उन की ये हालत इक अदीब-ए-ज़िंदा-दिल
उन से ये कहने लगा ऐ बेवक़ूफ़-ए-मुस्तक़िल
दिलावर फ़िगार
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
पुस्तकें के संबंधित परिणाम "zinda-dil"
अन्य परिणाम "zinda-dil"
नज़्म
तसव्वुर
इस शहर में शाम होते ही गलियों के नुक्कड़ पर
सड़कों के किनारे ज़िंदा-दिल लोग
इफ़्तिख़ार आज़मी
ग़ज़ल
जुनूँ की दाद भुला देंगे क्या ख़िरद के ग़ुलाम
जो ज़िंदा-दिल हैं उसे ज़िंदगी समझते हैं
नाजिर अल हुसैनी
नज़्म
आज-कल
ये लोग ज़िंदा-दिल हैं बहादुर हैं शेर हैं
जो फ़ेल हो के होते हैं ख़ुश वो दिलेर हैं