आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "चौक"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "चौक"
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "चौक"
समस्त
पुस्तकें के संबंधित परिणाम "चौक"
अन्य परिणाम "चौक"
मर्सिया
ग़फ़लत का तो दिल चौंक पड़ा ख़ौफ़ से हिल कर
फ़ितने ने किया ख़ूब गले कुफ्र से मिल कर
मिर्ज़ा सलामत अली दबीर
नज़्म
अंधा कबाड़ी
चमक उट्ठें लब ओ रुख़्सार ओ गर्दन
जैसे नौ-आरास्ता दूल्हों के दिल की हसरतें