आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "deewan e wali ebooks"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "deewan e wali ebooks"
हास्य शायरी
कल एक नाक़िद-ए-'ग़ालिब' ने मुझ से ये पूछा
कि क़द्र-ए-'ग़ालिब'-ए-मरहूम का सबब क्या है
दिलावर फ़िगार
अन्य परिणाम "deewan e wali ebooks"
नज़्म
मीरा-जी साहिब
''मीरा-जी को मानने वाले कम हैं लेकिन हम भी हैं
'फ़ैज़' की बात बड़ी है फिर भी अब वैसा कौन आएगा''
जमीलुद्दीन आली
नज़्म
शिकवा
वादी-ए-नज्द में वो शोर-ए-सलासिल न रहा
क़ैस दीवाना-ए-नज़्ज़ारा-ए-महमिल न रहा
अल्लामा इक़बाल
कुल्लियात
जल्वा नहीं है नज़्म में हुस्न-ए-क़ुबूल का
दीवाँ में शे'र गर नहीं ना'त-ए-रसूल का