आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "ruuTho.n"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "ruuTho.n"
नज़्म
अम्मी
अगर मुँह फुला के मैं रूठों कभी तो
ब-हर-तौर मुझ को मनाती हैं अम्मी
अब्दुल बारी आरिफ़ जमाली
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "ruuTho.n"
ग़ज़ल
ग़ैर की नज़रों से बच कर सब की मर्ज़ी के ख़िलाफ़
वो तिरा चोरी-छुपे रातों को आना याद है
हसरत मोहानी
ग़ज़ल
वो नए गिले वो शिकायतें वो मज़े मज़े की हिकायतें
वो हर एक बात पे रूठना तुम्हें याद हो कि न याद हो
मोमिन ख़ाँ मोमिन
नज़्म
ख़ूब-सूरत मोड़
तुम्हारे साथ भी गुज़री हुई रातों के साए हैं
तआ'रुफ़ रोग हो जाए तो उस का भूलना बेहतर
साहिर लुधियानवी
नज़्म
रक़ीब से!
तुझ पे बरसा है उसी बाम से महताब का नूर
जिस में बीती हुई रातों की कसक बाक़ी है