aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "بدلنا"
वक़्त के साथ बदलना तो बहुत आसाँ थामुझ से हर वक़्त मुख़ातिब रही ग़ैरत मेरी
हम ने देखा है ज़माने का बदलना लेकिनउन के बदले हुए तेवर नहीं देखे जाते
तुम्हारा क्या तुम्हें आसाँ बहुत रस्ते बदलना हैहमें हर एक मौसम क़ाफ़िले के साथ चलना है
अपने चेहरे को बदलना तो बहुत मुश्किल हैदिल बहल जाएगा आईना बदल कर देखो
जो चाहते हो बदलना मिज़ाज-ए-तूफ़ाँ कोतो नाख़ुदा पे भरोसा करो ख़ुदा की तरह
जी में आता है कि दुनिया को बदलना चाहिएऔर अपने आप से मायूस हो जाता हूँ मैं
किराया-दार बदलना तो उस का शेवा थानिकाल कर वो बहुत ख़ुश हुआ मकाँ से मुझे
हक़ीक़तें तो मिरे रोज़ ओ शब की साथी हैंमैं रोज़ ओ शब की हक़ीक़त बदलना चाहती हूँ
हर एक शाख़ के हाथों में फूल महकेंगेख़िज़ाँ का पेड़ भी कपड़े बदलना चाहता है
आईन-ए-इश्क़ यूँ भी बदलना था एक दिनजो बात वस्ल से थी वो अब गुफ़्तुगू से है
बच-बच के तेरी राह से चलना तो था मुझेतू जो बदल गया है बदलना तो था मुझे
समझ रही हूँ तू रस्ता बदलना चाहता हैमैं तेरे लहजे की सारी जिहात देखती हूँ
लोग कहते हैं बदलता है ज़माना सब कोमर्द वो हैं जो ज़माने को बदल देते हैं
तू भी सादा है कभी चाल बदलता ही नहींहम भी सादा हैं इसी चाल में आ जाते हैं
पता अब तक नहीं बदला हमारावही घर है वही क़िस्सा हमारा
बुरी सरिश्त न बदली जगह बदलने सेचमन में आ के भी काँटा गुलाब हो न सका
किसी को साल-ए-नौ की क्या मुबारकबाद दी जाएकैलन्डर के बदलने से मुक़द्दर कब बदलता है
कभी मैं अपने हाथों की लकीरों से नहीं उलझामुझे मालूम है क़िस्मत का लिक्खा भी बदलता है
बात वो कहिए कि जिस बात के सौ पहलू होंकोई पहलू तो रहे बात बदलने के लिए
सिर्फ़ हंगामा खड़ा करना मिरा मक़्सद नहींमेरी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए
Devoted to the preservation & promotion of Urdu
A Trilingual Treasure of Urdu Words
Online Treasure of Sufi and Sant Poetry
World of Hindi language and literature
The best way to learn Urdu online
Best of Urdu & Hindi Books