aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "بہرے"
बारे दुनिया में रहो ग़म-ज़दा या शाद रहोऐसा कुछ कर के चलो याँ कि बहुत याद रहो
मैं सोचता हूँ बहुत ज़िंदगी के बारे मेंये ज़िंदगी भी मुझे सोच कर न रह जाए
मैं जिन दिनों तिरे बारे में सोचता हूँ बहुतउन्हीं दिनों तो ये दुनिया समझ में आती है
जिस से पूछें तिरे बारे में यही कहता हैख़ूबसूरत है वफ़ादार नहीं हो सकता
अब तो उस के बारे में तुम जो चाहो वो कह डालोवो अंगड़ाई मेरे कमरे तक तो बड़ी रूहानी थी
मौत के दरिंदे में इक कशिश तो है 'सरवत'लोग कुछ भी कहते हों ख़ुद-कुशी के बारे में
जिस तरह लोग ख़सारे में बहुत सोचते हैंआज कल हम तिरे बारे में बहुत सोचते हैं
मिले मुझे भी अगर कोई शाम फ़ुर्सत कीमैं क्या हूँ कौन हूँ सोचूँगा अपने बारे में
उस के बारे में बहुत सोचता हूँमुझ से बिछड़ा तो किधर जाएगा
ग़ैरों से मिल के ही सही बे-बाक तो हुआबारे वो शोख़ पहले से चालाक तो हुआ
कटी है उम्र बस ये सोचने मेंमिरे बारे में वो क्या सोचता है
इतना तो जज़्ब-ए-इश्क़ ने बारे असर कियाउस को भी अब मलाल है मेरे मलाल का
सुना है वो मिरे बारे में सोचता है बहुतख़बर तो है ही मगर मो'तबर ज़्यादा नहीं
किताबें यूँ तो बहुत सी हैं मेरे बारे मेंकभी अकेले में ख़ुद को भी पढ़ लिया जाए
तेरे बारे में जब सोचा नहीं थामैं तन्हा था मगर इतना नहीं था
कुछ तो अपनी ख़बर मिले मुझ कोमेरे बारे में कुछ कहा करना
नहीं है इंसानियत के बारे में आज भी ज़ेहन साफ़ जिन कावो कह रहे हैं कि जिस से नेकी करोगे उस से बदी मिलेगी
धो दिया अश्क-ए-नदामत ने गुनाहों को मिरेतर हुआ दामन तो बारे पाक दामन हो गया
उस से कहना कि बुरा ख़्वाब था अब याद नहींमेरे बारे में जो पूछे कभी दुनिया तुझ से
मेरी ख़ामोशी पे थे जो तअना-ज़नशोर में अपने ही बहरे हो गए
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