आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "गहरा"
शेर के संबंधित परिणाम "गहरा"
शेर
नासिर काज़मी
शेर
ऐसा एक मक़ाम हो जिस में दिल जैसी वीरानी हो
यादों जैसी तेज़ हवा हो दर्द से गहरा पानी हो
अकबर मासूम
शेर
माना कि मुझ में तह बहुत हैं और गहरा भी हूँ मैं
तुम ने भी तो मुझ को कभी खोला नहीं तरतीब से
राघवेंद्र द्विवेदी
शेर
वक़्त का ये मोड़ कैसा है कि तुझ से मिल के भी
तुझ को खो देने का ग़म कुछ और गहरा हो गया