आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "शाख़ों"
शेर के संबंधित परिणाम "शाख़ों"
शेर
'अशहर' बहुत सी पत्तियाँ शाख़ों से छिन गईं
तफ़्सीर क्या करें कि हवा तेज़ अब भी है
इक़बाल अशहर कुरैशी
शेर
उम्मीद की सूखती शाख़ों से सारे पत्ते झड़ जाएँगे
इस ख़ौफ़ से अपनी तस्वीरें हम साल-ब-साल बनाते हैं
ग़ुलाम मोहम्मद क़ासिर
शेर
कहते हैं इन शाख़ों पर फल फूल भी आते थे
अब तो पत्ते झड़ते हैं या पत्थर गिरते हैं