आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "शाहीन"
शेर के संबंधित परिणाम "शाहीन"
शेर
उस के बा'द अगली क़यामत क्या है किस को होश है
ज़ख़्म सहलाता था और अब दाग़ दिखलाता हूँ मैं
शाहीन अब्बास
शेर
ये दिन और रात किस जानिब उड़े जाते हैं सदियों से
कहीं रुकते तो मैं भी शामिल-ए-पर्वाज़ हो सकता
शाहीन अब्बास
शेर
हर्फ़ के आवाज़ा-ए-आख़िर को कर देता हूँ नज़्म
शे'र क्या कहता हूँ ख़ामोशी को फैलता हूँ मैं
शाहीन अब्बास
शेर
अब खुला ख़्वाब में कुछ ख़्वाब मिलाता था मैं
ख़ाक उड़ाता था मैं सय्यारों की सय्यारों पर
शाहीन अब्बास
शेर
नहीं तेरा नशेमन क़स्र-ए-सुल्तानी के गुम्बद पर
तू शाहीं है बसेरा कर पहाड़ों की चटानों में