aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "aadat"
आप पहलू में जो बैठें तो सँभल कर बैठेंदिल-ए-बेताब को आदत है मचल जाने की
वक़्त रहता नहीं कहीं टिक करआदत इस की भी आदमी सी है
मुझ को आदत है रूठ जाने कीआप मुझ को मना लिया कीजे
पहले इस में इक अदा थी नाज़ था अंदाज़ थारूठना अब तो तिरी आदत में शामिल हो गया
मुझे तन्हाई की आदत है मेरी बात छोड़ेंये लीजे आप का घर आ गया है हात छोड़ें
ज़ालिम था वो और ज़ुल्म की आदत भी बहुत थीमजबूर थे हम उस से मोहब्बत भी बहुत थी
ऐ ग़म-ए-ज़िंदगी न हो नाराज़मुझ को आदत है मुस्कुराने की
आदत ही बना ली है तुम ने तो 'मुनीर' अपनीजिस शहर में भी रहना उकताए हुए रहना
सादिक़ हूँ अपने क़ौल का 'ग़ालिब' ख़ुदा गवाहकहता हूँ सच कि झूट की आदत नहीं मुझे
उसे क्यूँ हम ने दिया दिल जो है बे-मेहरी में कामिल जिसे आदत है जफ़ा कीजिसे चिढ़ मेहर-ओ-वफ़ा की जिसे आता नहीं आना ग़म-ओ-हसरत का मिटाना जो सितम में है यगाना
ज़रा रूठ जाने पे इतनी ख़ुशामद'क़मर' तुम बिगाड़ोगे आदत किसी की
मैं जिसे प्यार का अंदाज़ समझ बैठा हूँवो तबस्सुम वो तकल्लुम तिरी आदत ही न हो
आदत के ब'अद दर्द भी देने लगा मज़ाहँस हँस के आह आह किए जा रहा हूँ मैं
एक आदत सी बन गई है तूऔर आदत कभी नहीं जाती
तिरे भूल जाने की आदत के सदक़ेतुझे भूल जाने को जी चाहता है
मुझे मायूस भी करती नहीं हैयही आदत तिरी अच्छी नहीं है
मुझ को दुश्मन के इरादों पे भी प्यार आता हैतिरी उल्फ़त ने मोहब्बत मिरी आदत कर दी
अपनी इस आदत पे ही इक रोज़ मारे जाएँगेकोई दर खोले न खोले हम पुकारे जाएँगे
आँख रखते हो तो उस आँख की तहरीर पढ़ोमुँह से इक़रार न करना तो है आदत उस की
ज़ालिम की तो आदत है सताता ही रहेगाअपनी भी तबीअत है बहलती ही रहेगी
Devoted to the preservation & promotion of Urdu
A Trilingual Treasure of Urdu Words
Online Treasure of Sufi and Sant Poetry
World of Hindi language and literature
The best way to learn Urdu online
Best of Urdu & Hindi Books