aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "dua e kumail ebooks"
कमाल-ए-तालिब-ए-दुनिया-ए-दूँ है पीर-ए-हरमख़ुदा के घर में है लेकिन ख़ुदा से बाहर है
कब तक तू आसमाँ में छुप के बैठेगामाँग रहा हूँ मैं कब से दुआ बाहर आ
नई नई आवाज़ें उभरीं 'पाशी' और फिर डूब गईंशहर-ए-सुख़न में लेकिन इक आवाज़ पुरानी बाक़ी है
ख़ाक-ए-सहरा तो बहुत दूर है ऐ वहशत-ए-दिलक्यूँ न ज़ेहनों पे जमी गर्द उड़ा दी जाए
उसे क्यूँ हम ने दिया दिल जो है बे-मेहरी में कामिल जिसे आदत है जफ़ा कीजिसे चिढ़ मेहर-ओ-वफ़ा की जिसे आता नहीं आना ग़म-ओ-हसरत का मिटाना जो सितम में है यगाना
Devoted to the preservation & promotion of Urdu
A Trilingual Treasure of Urdu Words
Online Treasure of Sufi and Sant Poetry
World of Hindi language and literature
The best way to learn Urdu online
Best of Urdu & Hindi Books