आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "gurezaa.n"
शेर के संबंधित परिणाम "gurezaa.n"
शेर
आप जिस दिल से गुरेज़ाँ थे उसी दिल से मिले
देखिए ढूँढ निकाला है कहाँ से मैं ने
मिर्ज़ा मोहम्मद हादी अज़ीज़ लखनवी
शेर
क्यूँ वो मिलने से गुरेज़ाँ इस क़दर होने लगे
मेरे उन के दरमियाँ दीवार रख जाता है कौन
अब्दुस्समद ’तपिश’
शेर
सवाल ये नहीं मुझ से है क्यूँ गुरेज़ाँ वो
सवाल ये है कि क्यूँ जिस्म ओ जाँ से बाहर है
हसन अब्बास रज़ा
शेर
हिज्र के दौर में हर दौर को शामिल कर लें
इस में शामिल यही इक उम्र-ए-गुरेज़ाँ क्यूँ है
ज़हीर काश्मीरी
शेर
सुलग रहा है उफ़ुक़ बुझ रही है आतिश-ए-महर
रुमूज़-ए-रब्त-ए-गुरेज़ाँ खुले तो बात चले
अज़ीज़ हामिद मदनी
शेर
सब का तो मुदावा कर डाला अपना ही मुदावा कर न सके
सब के तो गरेबाँ सी डाले अपना ही गरेबाँ भूल गए