आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "parhez-gaar"
शेर के संबंधित परिणाम "parhez-gaar"
शेर
यहाँ क्या देखते हो नासेहो घर में धरा क्या है
मिरे दिल के किसी पर्दे में ढूँडो यादगार उस की
अख़्तर शीरानी
शेर
झाड़ कर गर्द-ए-ग़म-ए-हस्ती को उड़ जाऊँगा मैं
बे-ख़बर ऐसी भी इक परवाज़ आती है मुझे
अब्दुल हमीद अदम
शेर
ज़ात के पर्दे से बाहर आ के भी तन्हा रहूँ
मैं अगर हूँ अजनबी तो मेरे घर में कौन है
अमीन राहत चुग़ताई
शेर
तो भी उस तक है रसाई मुझे एहसाँ दुश्वार
दाम लूँ गर पर-ए-जिब्रील बरा-ए-पर्वाज़