आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "qabaa-e-amn"
शेर के संबंधित परिणाम "qabaa-e-amn"
शेर
मैं न जानूँ काबा-ओ-बुत-ख़ाना-ओ-मय-ख़ाना कूँ
देखता हूँ हर कहाँ दस्ता है तुज मुख का सफ़ा
क़ुली क़ुतुब शाह
शेर
हो गुल बुलबुल तभी बुलबुल पे बुलबुल फूल कर गुल हो
तिरे गर गुल-बदन बर में क़बा-ए-चश्म-ए-बुलबुल हो
इश्क़ औरंगाबादी
शेर
तवाफ़-ए-काबा-ए-दिल कर नियाज़-ओ-ख़ाकसारी सीं
वज़ू दरकार नईं कुछ इस इबादत में तयम्मुम कर
आबरू शाह मुबारक
शेर
सुना है अर्श-ए-इलाही इसी को कहते हैं
तवाफ़-ए-काबा-ए-दिल हम ने सुब्ह-ओ-शाम किया