आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "shafaq"
शेर के संबंधित परिणाम "shafaq"
शेर
मज़ा बरसात का चाहो तो इन आँखों में आ बैठो
स्याही है सफ़ेदी है शफ़क़ है अब्र-ए-बाराँ है
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "shafaq"
मज़ा बरसात का चाहो तो इन आँखों में आ बैठो
स्याही है सफ़ेदी है शफ़क़ है अब्र-ए-बाराँ है