आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "sunahraa"
शेर के संबंधित परिणाम "sunahraa"
शेर
आग़ाज़-ए-मोहब्बत से अंजाम-ए-मोहब्बत तक
गुज़रा है जो कुछ हम पर तुम ने भी सुना होगा
दिल शाहजहाँपुरी
शेर
सुना है हश्र में हर आँख उसे बे-पर्दा देखेगी
मुझे डर है न तौहीन-ए-जमाल-ए-यार हो जाए