आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "औक़ात"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "औक़ात"
ग़ज़ल
हिज्र में शब भर दर्द-ओ-तलब के चाँद सितारे साथ रहे
सुब्ह की वीरानी में यारो कैसे बसर औक़ात करें
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
ग़ज़ल
गुज़र-औक़ात कर लेता है ये कोह ओ बयाबाँ में
कि शाहीं के लिए ज़िल्लत है कार-ए-आशियाँ-बंदी
अल्लामा इक़बाल
ग़ज़ल
दिन में हम को देखने वालो अपने अपने हैं औक़ात
जाओ न तुम इन ख़ुश्क आँखों पर हम रातों को रो लें हैं