आपकी खोज से संबंधित
परिणाम ",bwk"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम ",bwk"
ग़ज़ल
फ़ना बुलंदशहरी
ग़ज़ल
जान सी शय बिक जाती है एक नज़र के बदले में
आगे मर्ज़ी गाहक की इन दामों तो सस्ती है
फ़ानी बदायुनी
ग़ज़ल
तअ'ज्जुब कुछ नहीं 'दाना' जो बाज़ार-ए-सियासत में
क़लम बिक जाएँ तो सच बात लिखना छोड़ देते हैं