आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "اوزار"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "اوزار"
ग़ज़ल
अज़्म-ए-फ़रहाद ने औज़ार से काटा था पहाड़
हम रग-ए-गुल से भी पत्थर का जिगर काटेंगे
इमरान अली ख़ाँ इमरान
ग़ज़ल
दिल ही तो है न संग-ओ-ख़िश्त दर्द से भर न आए क्यूँ
रोएँगे हम हज़ार बार कोई हमें सताए क्यूँ