आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "سگان_کوچۂ_دلبراں"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "سگان_کوچۂ_دلبراں"
ग़ज़ल
बज़्म-ए-‘ऐश में नौहा-कुनाँ हैं शहर-ए-तरब के बाशिंदे
और सगान-ए-कूचा-ए-वहशत मस्त सर-ए-बाज़ार बहुत
अमीर हम्ज़ा साक़िब
ग़ज़ल
ख़ाक-नशीनों से कूचे के क्या क्या नख़वत करते हैं
जानाँ जान तिरे दरबाँ तो फ़िरऔन-ओ-शद्दाद हुए
जौन एलिया
ग़ज़ल
देख लेंगे उस के दरबाँ को भी अब तो क्या कहें
गर किसी तक़रीब उस कूचे में जाना हो गया