आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "azm"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "azm"
ग़ज़ल
शकील बदायूनी
ग़ज़ल
पहले दिल को आस दिला कर बे-परवा हो जाता था
अब तो 'अज़्म' बिखर जाता हूँ मैं ख़ुद को बहलाने में
अज़्म बहज़ाद
ग़ज़ल
ज़ियारत-गाह-ए-अहल-ए-अज़्म-ओ-हिम्मत है लहद मेरी
कि ख़ाक-ए-राह को मैं ने बताया राज़-ए-अलवंदी
अल्लामा इक़बाल
ग़ज़ल
मैं अपना अज़्म ले कर मंज़िलों की सम्त निकला था
मशक़्क़त हाथ पे रक्खी थी क़िस्मत घर पे रक्खी थी
राहत इंदौरी
ग़ज़ल
दिल में भी मिलता है वो काबा भी उस का है मक़ाम
राह नज़दीक की ऐ अज़्म-ए-सफ़र पैदा कर
बेख़ुद देहलवी
ग़ज़ल
'अज़्म' उदासी का ये सहरा यूँ क़दमों से लिपटा है
जलने वालों को मिल जाए जैसे ठहर जाने का ग़म
अज़्म बहज़ाद
ग़ज़ल
अज़्म बहज़ाद
ग़ज़ल
बुत यहाँ मिलते नहीं हैं या ख़ुदा मिलता नहीं
अज़्म मुस्तहकम तो हो दुनिया में क्या मिलता नहीं