आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "chhat"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "chhat"
ग़ज़ल
वो तिरे नसीब की बारिशें किसी और छत पे बरस गईं
दिल-ए-बे-ख़बर मिरी बात सुन उसे भूल जा उसे भूल जा
अमजद इस्लाम अमजद
ग़ज़ल
तहज़ीब हाफ़ी
ग़ज़ल
क़दम रखता है जब रस्तों पे यार आहिस्ता आहिस्ता
तो छट जाता है सब गर्द-ओ-ग़ुबार आहिस्ता आहिस्ता
तहज़ीब हाफ़ी
ग़ज़ल
हम तो हैं परदेस में देस में निकला होगा चाँद
अपनी रात की छत पर कितना तन्हा होगा चाँद