आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "mashaagil-e-raunaq-e-dii.n"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "mashaagil-e-raunaq-e-dii.n"
ग़ज़ल
अकबर इलाहाबादी
ग़ज़ल
रौनक़-ए-काशाना-ए-दिल बे-रुख़ी ने छीन ली
ज़िंदगी ज़िंदा-दिली अफ़्सुर्दगी ने छीन ली
मंज़ूर-उल-हक़ नाज़िर
ग़ज़ल
रौनक़-ए-मय-ख़ाना 'रौनक़' और ये हाल-ए-तबाह
सर पे ख़ाक-ए-मै-कदा हाथों में ख़ाली जाम है
रौनक़ बदायूनी
ग़ज़ल
रौनक़-ए-अर्ज़-ओ-समा शम्स ओ क़मर मैं ही हूँ
ग़ौर से देखिए ता-हद्द-ए-नज़र मैं ही हूँ
मुज़फ़्फ़र अबदाली
ग़ज़ल
ऐ दिल वालो घर से निकलो देता दावत-ए-आम है चाँद
शहरों शहरों क़रियों क़रियों वहशत का पैग़ाम है चाँद