aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "mukhmas natiya ameer minai ebooks"
हम-कलामी में दर-ओ-दीवार सेकितने जज़्बे रह गए इज़हार से
नाज़ुक ऐसा नहीं किसी का पेटमख़मल-ए-रंग-ए-गुल है गोया पेट
आँख पड़ते ही न था नाम शकेबाई कादर-ए-मय-ख़ाना था नक़्शा तिरी अंगड़ाई का
ना-मुकम्मल हादसे को यूँ मुकम्मल कर दियाआँख की जुंबिश से उस ने मसअला हल कर दिया
फ़क़त शोर-ए-दिल-ए-पुर-आरज़ू थान अपने जिस्म में हम थे न तू था
Devoted to the preservation & promotion of Urdu
A Trilingual Treasure of Urdu Words
Online Treasure of Sufi and Sant Poetry
World of Hindi language and literature
The best way to learn Urdu online
Best of Urdu & Hindi Books