आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "nasraanii"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "nasraanii"
ग़ज़ल
जिसे कहती है दुनिया कामयाबी वाए नादानी
उसे किन क़ीमतों पर कामयाब इंसान लेते हैं
फ़िराक़ गोरखपुरी
ग़ज़ल
जिस दिन वो मिलने आई है उस दिन की रूदाद ये है
उस का बलाउज़ नारंजी था उस की सारी धानी थी
जौन एलिया
ग़ज़ल
नादानी और मजबूरी में यारो कुछ तो फ़र्क़ करो
इक बे-बस इंसान करे क्या टूट के दिल आ जाए तो
अंदलीब शादानी
ग़ज़ल
वही दिल है जो हुस्न-ओ-इश्क़ का काशाना हो जाए
वो सर है जो किसी की तेग़ का नज़राना हो जाए
बेदम शाह वारसी
ग़ज़ल
न हर्फ़-ए-हक़, न वो मंसूर की ज़बाँ, न वो दार
न कर्बला, न वो कटते सरों के नज़राने
पीर नसीरुद्दीन शाह नसीर
ग़ज़ल
कैसे दुखों के मौसम आए कैसी आग लगी यारो
अब सहराओं से लाते हैं फूलों के नज़राने लोग