आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "vaada-shikan"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "vaada-shikan"
ग़ज़ल
सुब्ह के दर्द को रातों की जलन को भूलें
किस के घर जाएँ कि इस वा'दा-शिकन को भूलें
जाँ निसार अख़्तर
ग़ज़ल
अब पशेमाँ हूँ कि क्यूँ उन को कहा वा'दा शिकन
इक ज़रा सी बात पर मुद्दत के याराने गए