आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "zauq o justuju khwaja ahmad faruqi ebooks"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "zauq o justuju khwaja ahmad faruqi ebooks"
ग़ज़ल
निगाह-ए-नाज़ से बर्बादी-ए-दिल देखने वाले
मुझे भी देख ओ उल्फ़त का हासिल देखने वाले
सय्यद वाजिद अली फ़र्रुख़ बनारसी
ग़ज़ल
ज़ौक़-ए-उल्फ़त अब भी है राहत का अरमाँ अब भी है
दिल परेशाँ रूह तरसाँ चश्म-ए-गिर्यां अब भी है