आपकी खोज से संबंधित
परिणाम ",JUM"
नज़्म के संबंधित परिणाम ",jum"
नज़्म
हम ने इस इश्क़ में क्या खोया है क्या सीखा है
जुज़ तिरे और को समझाऊँ तो समझा न सकूँ
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
नज़्म
भला क्या ए'तिबारी और क्या ना-ए'तिबारी है
गुमाँ ये है भला में जुज़ गुमाँ क्या था गुमानों में
जौन एलिया
नज़्म
अख़्तर शीरानी
नज़्म
गुज़र जा बन के सैल-ए-तुंद-रौ कोह ओ बयाबाँ से
गुलिस्ताँ राह में आए तो जू-ए-नग़्मा-ख़्वाँ हो जा
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
हबीब जालिब
नज़्म
इस इश्क़ न उस इश्क़ पे नादिम है मगर दिल
हर दाग़ है इस दिल में ब-जुज़-दाग़-ए-नदामत
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
नज़्म
ख़िज़्र भी बे-दस्त-ओ-पा इल्यास भी बे-दस्त-ओ-पा
मेरे तूफ़ाँ यम-ब-यम दरिया-ब-दरिया जू-ब-जू
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
ज़ुल्म फिर ज़ुल्म है बढ़ता है तो मिट जाता है
ख़ून फिर ख़ून है टपकेगा तो जम जाएगा