आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "حکمت"
नज़्म के संबंधित परिणाम "حکمت"
नज़्म
वो हिकमत नाज़ था जिस पर ख़िरद-मंदान-ए-मग़रिब को
हवस के पंजा-ए-ख़ूनीं में तेग़-ए-कार-ज़ारी है
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
वो मय-ए-सरकश हरारत जिस की है मीना-गुदाज़
हिक्मत-ए-मग़रिब से मिल्लत की ये कैफ़िय्यत हुई
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
इल्म ओ हिकमत रहज़न-ए-सामान-ए-अश्क-ओ-आह है
या'नी इक अल्मास का टुकड़ा दिल-ए-आगाह है
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
वो बातें इल्म-ओ-हिकमत की कभी शिकवे-शिकायत की
तुम्हें तो याद होगा उन में ही इक दोस्त शाइर था
ख़लील-उर-रहमान आज़मी
नज़्म
अकबर इलाहाबादी
नज़्म
वो बगूले वो तूफ़ाँ वो महशर बपा था
कि मैं वो कि जिस के तहम्मुल की हिकमत की