आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "साली"
नज़्म के संबंधित परिणाम "साली"
नज़्म
साली और सलज पर लट्टू, बीवी से हम्माम नहीं
उन से.... वो.... तहज़ीब से ऊँची, छोटे भाई से वक़्ती चाह
शाद आरफ़ी
नज़्म
इक मुजस्सम ख़ुश्क-साली ख़ुद हमारी ज़ात है
ज़िद हमारी हस्तियों की अब्र है बरसात है
जोश मलीहाबादी
नज़्म
मरे कुछ राबतों की ख़ुश्क-साली में
कुछ ऐसे भी कि जिन को ज़िंदा रखना चाहा मैं ने अपनी पलकों पर
अब्दुल अहद साज़
नज़्म
सवाद-ए-आग़ाज़-ए-ख़ुश्क-साली में क्यूँ वरक़ भीगने लगा है
धुआँ धुआँ शाम के अलाव में कोई जंगल जले
अख़्तर हुसैन जाफ़री
नज़्म
ग़ुलाम मोहम्मद क़ासिर
नज़्म
मुसलसल ख़ाना-जंगी क़हत-साली भूक ग़ुर्बत और वबाएँ
जिस के दरवाज़े पे दस्तक दे रही हैं
इशरत आफ़रीं
नज़्म
जवाँ साली में ही चाँदी उतरती जा रही है
और बूढ़ी माँ की आँखों में ये जो मोती चमकते हैं