आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "aah-e-sub.h-gaah"
नज़्म के संबंधित परिणाम "aah-e-sub.h-gaah"
नज़्म
रंग-ए-चमन बना है गरेबान-ए-सुब्ह-ए-ईद
दामान-ए-गुल से कम नहीं दामान-ए-सुब्ह-ए-ईद
मास्टर बासित बिस्वानी
नज़्म
क्या कहूँ 'शाहिद' किसी से थी ये ऐसी ग़म की शाम
दिल में सोज़-ए-ना-मुकम्मल लब पे आह-ए-ना-तमाम
शाहिद सागरी
नज़्म
क्या हुआ गर मिरे यारों की ज़बानें चुप हैं
मेरे शाहिद मिरे यारों के सिवा और भी हैं
साहिर लुधियानवी
नज़्म
सोने वालों को पयाम-ए-सुब्ह-ए-नौ देती हुई
ख़्वाब की दुनिया उठी अंगड़ाइयाँ लेती हुई
मयकश अकबराबादी
नज़्म
इक उमीद-ए-सुब्ह नूरानी अँधेरी रात में
मेहर-ए-ताबिंदा का जल्वा सीना-ए-ज़र्रात में
ज़फ़र अहमद सिद्दीक़ी
नज़्म
एक जिस्म-ए-ना-तवाँ इतनी दबाओं का हुजूम
इक चराग़-ए-सुब्ह और इतनी हवाओं का हुजूम