आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "al jihad fil islam abul a la maududi ebooks"
नज़्म के संबंधित परिणाम "al jihad fil islam abul a la maududi ebooks"
नज़्म
आज का दिन कैसा बा-रौनक़ है बच्चो वाह वाह
मर्द बूढे हों कि बच्चे जा रहे हैं ईद-गाह
मुर्तजा साहिल तस्लीमी
नज़्म
इक चूहिया और इक चिड़िया में बहुत ही गहरी छनती थी
साथ साथ मिल कर थी रहतीं ख़ूब ही उन में बनती थी
नज़्म
क्यूँ ज़ियाँ-कार बनूँ सूद-फ़रामोश रहूँ
फ़िक्र-ए-फ़र्दा न करूँ महव-ए-ग़म-ए-दोश रहूँ
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
जिगर मुरादाबादी
नज़्म
ये रक़्स-ए-आफ़रीनश है कि शोर-ए-मर्ग है ऐ दिल
हवा कुछ इस तरह पेड़ों से मिल मिल कर गुज़रती है