आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "jiit.taa"
नज़्म के संबंधित परिणाम "jiit.taa"
नज़्म
या तू आज हमें अपना ले, या तू आज हमारा बन
देख कि वक़्त गुज़रता जाए कौन अबद तक जीता है
इब्न-ए-इंशा
नज़्म
पहन ओढ़ कर पैरहन की तरह फाड़ दी हैं
में रेशम का कीड़ा हूँ कोए में छप जाता हूँ डर के मारे
अख़्तरुल ईमान
नज़्म
अजीब ये खेल है कि जिस को न जीतता हूँ न हारता हूँ
मिरी कहानी में कोई शय भी नई नहीं है
असअ'द बदायुनी
नज़्म
ज़मीन का पल्लू पकड़ के अपनी तरफ़ उसे खींचता ही जाता है
मैं खिंचा जा रहा हू पल्लू समेत