आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "kabuutaro.n"
नज़्म के संबंधित परिणाम "kabuutaro.n"
नज़्म
अली अकबर नातिक़
नज़्म
इफ़्तिख़ार आरिफ़
नज़्म
उस की तरफ़ जिस के लिए सारी किताबों में लिखा है
वो कभी हाथ नहीं आती कबूतरों से चटाती है
अब्बास अतहर
नज़्म
जानाँ मलिक
नज़्म
गए ठिकानों पे उल्लुओं के उदास मस्कन
कबूतरों के वो आलने हैं कि जिन में सन्नाटे बोलते हैं
सआदत सईद
नज़्म
नवा-पैरा हो ऐ बुलबुल कि हो तेरे तरन्नुम से
कबूतर के तन-ए-नाज़ुक में शाहीं का जिगर पैदा