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रेख़्ती

'रेख़्ती' उर्दू शायरी की एक विधा है जिसमें पुरुष शायर स्त्री-भावनाओं को महिलाओं की भाषा और लहजे में व्यक्त करते हैं। 18वीं शताब्दी में शुरू हुई यह विधा प्रेम, कामना, लिंग डिस्फ़ोरिया और महिला-केंद्रित सामाजिक चुनौतियों के विषय को उजागर करती है।

1752 -1817

लखनऊ के सबसे गर्म मिज़ाज शायर। मीर तक़ी मीर के समकालीन। मुसहफ़ी के साथ प्रतिद्वंदिता के लिए मशहूर। 'रेख़्ती' विधा की शायरी भी की और गद्द में रानी केतकी की कहानी लिखी

1756 -1835

उर्दू शायरी की विधा ' रेख़्ती ' के लिए प्रसिद्ध जिसमें शायर औरतों की भाषा में बोलता है

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

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