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लेख

उर्दू में लिखा गया कथेतर (non-fiction) साहित्य असाधारण नौइयत का है। चाहे वो आलोचना हो या साहित्य, आर्ट, संस्कृति, सभ्यता व इतिहास से सम्बंधित लिखे गए आलेख हों। इन ख़ानों में लिखे गए लेखों ने उपमहाद्वीप के साहित्यिक, सामाजिक व सांस्कृतिक विमर्श को एक दिशा प्रदान की है। इस तरह के सभी लेखन का एक उत्कृष्ट और व्यापक चयन यहाँ उपलब्ध है।

1958

प्रसिद्ध कहानीकार, संवेदनशील सामाजिक विषयों पर कहानियां लिखने के लिए जाने जाते हैं.

1904 -1988

प्रसिद्ध प्रगतिशील आलोचक, रुमानवी शैली के कहानीकारों में शामिल

1929 -2000

उर्दू के मारूफ़ नक़्क़ाद, मुहक़्क़िक़ और तर्जुमा-निगार

प्रसिद्ध पाकिस्तानी कथाकार, शायर और पत्रकार। साहित्यिक पत्रिका ‘मुकालमा’ के सम्पादक।

1924 -1973

महत्वपूर्ण महिला आलोचक और कहानीकार, मंटो पर अपनी आलोचनात्मक पुस्तक ‘मंटो; नूरी न नारी’ के लिए प्रसिद्ध।

1902 -1991

प्रसिद्ध शायर के अलावा आलोचक और इक़बालिया के विशेषज्ञ थे और तसव्वुफ इनका मिज़ाज था।

1960

अफ़्साना निगार, शोधकर्ता, आलोचक और जीवनी लेखक

1962 -2021

उत्तर-आधुनिक कथा लेखक,संवेदनशील सामाजिक व राजनैतिक विषयों पर कहानियाँ और उपन्यास लिखने के लिए जाने जाते हैं।

1929 -1970

तेग़ इलाहाबादी के नाम से भी विख्यात, पाकिस्तान में सी एस पी अफ़सर थे, रहस्यमय हालात में क़त्ल किए गए।

1821 -1880

गणितज्ञ,दिल्ली कॉलेज में विज्ञान के शिक्षक और पत्रकार

1906 -1978

शायर, संपादक व फ़िल्मी गीतकार

1895 -1941

उर्दू के प्रसिद्ध हास्य-व्यंगकारों में शामिल, अपनी रोशन ख़याली के लिए प्रसिद्ध, इस्मत चुग़ताई के भाई।

1914 -1999

पाकिस्तान के प्रसिद्ध कहानीकार और नाटककार. पाकिस्तान के महत्वपूर्ण साहित्यिक सम्मानों से सम्मानित।

1949

पाकिस्तान के मशहूर अफ़्साना निगार और आलोचक, उर्दू में फ़िक्शन के हवाले से अपनी शोधपूर्ण और आलोचनात्मक लेखन के लिए प्रसिद्ध।

1912 -1949

जदीद उर्दू नज़्म के बुनियाद-साज़ों में शामिल, हिन्दुस्तानी मा-बादत्तबीआती रिवायत के साथ अपनी रुहानी वाबस्तगी के लिए मशहूर, कम-उम्री में इंतिक़ाल हुआ

1913 -1978

प्रसिद्ध आलोचक और कथाकार. अपनी आलोचनात्मक पुस्तक ‘उर्दू नॉवेल की तन्क़ीदी तारीख़’ और उपन्यास ‘शाम-ए-अवध’ के लिए प्रसिद्ध. अंग्रेज़ी के अध्यापक रहे।

1902 -1985

प्रसिद्ध विद्वान और शिक्षाविद, जामिया मिलिया इस्लामिया के कुलपति रहे.

1957

पाकिस्तान के प्रसिद्ध उर्दू अफ़साना निगार, उपन्यासकार और आलोचक

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