लेख
उर्दू में लिखा गया कथेतर (non-fiction) साहित्य असाधारण नौइयत का है। चाहे वो आलोचना हो या साहित्य, आर्ट, संस्कृति, सभ्यता व इतिहास से सम्बंधित लिखे गए आलेख हों। इन ख़ानों में लिखे गए लेखों ने उपमहाद्वीप के साहित्यिक, सामाजिक व सांस्कृतिक विमर्श को एक दिशा प्रदान की है। इस तरह के सभी लेखन का एक उत्कृष्ट और व्यापक चयन यहाँ उपलब्ध है।
प्रख्यात विद्वान्, बहुभाषी, अनुवादक एवं शायर जिन्होंने ऑक्सफ़ोर्ड डिक्शनरी का उर्दू अनुवाद पेश किया
उर्दू आलोचना के संस्थापकों में शामिल/महान इतिहासकार, स्कालर, राजनैतिक चिंतक और फ़ारसी शायर/अपने ग्रंथ ‘शेर-उल-अजम के लिए प्रसिद्ध
विश्व-विख्यात उर्दू कहानीकार l 'ठंडा गोश्त', 'खोल दो', 'टोबा टेक सिंह', 'बू' आदि के रचयिता
समकालिक कथाकार,आधुनिक सामाजिक समस्याओं को प्रतिबिम्बित करती कहानियां और नॉवेल लिखने के लिए जाने जाते हैं.
प्रख्यात फिक्शन लेखक, उपन्यासकार एवम उपमहाद्वीप की तरक़्क़ी पसंद आंदोलन के रहनुमाओं में से एक
नज़मों के शायर ,अमेरिका में प्रवास / ग़ज़ल के ख़िलाफ़ विचारों के लिए विख्यात
एक प्रसिद्ध शायर, उर्दू के अलावा फ़ारसी और पंजाबी साहित्य में अपने अमूल्य योगदान के लिए प्रख्यात
लब्धप्रतिष्ठ विचारक,शोधकर्ता और शिक्षाविद.अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के संस्थापक
प्रसिद्ध कहानी कार,समाज में हाशिये पर रहने वाले लोगों की कहानियाँ लिखने के लिए मशहूर, अनुवादक के रूप में भी पहचान है.